Electric Train | UK में इलेक्ट्रिक ट्रेन का सफल परीक्षण, बैटरी पावर देख उड़ जाएंगे होश!

यूके में एक इंटरसिटी बैटरी ट्रेन ( Electric Train ) का परीक्षण सफलतापूर्वक किया गया है, जो दिखाता है कि बैटरी टेक्नोलॉजी डीजल इंजनों से बेहतर और किफायती साबित हो सकती है. यह परीक्षण हिटाची ( HITACHI ) रेल, एंजेल ट्रेन और ट्रांसपेनाइन एक्सप्रेस द्वारा उत्तरी इंग्लैंड में किया गया. इसके नतीजे दिखाते हैं कि बैटरी से चलने वाली ट्रेनें उत्सर्जन कम करने के अलावा, ईंधन की बचत और वायु गुणवत्ता में सुधार करणे में भी मदत करती है.

700 किलोवाट (700 kWh) बैटरी से 75 मील प्रति घंटा की गति

हिटाची ने जापान और यूरोप में पहले से ही बैटरी से चलने वाली यात्री ट्रेनों परीक्षण किया था जो कि आज भी अच्छी तरह से चल रही है, जैसे कि इटली के मसाच्चियो हाइब्रिड ( Masaccio hybrid). यूके में हुए इस परीक्षण में ट्रेन 700 किलोवाट (700 kWh) बैटरी के साथ 75 मील प्रति घंटा ( 120 km/h ) की गति तक पहुँच पाई है और यह 70 किलोमीटर से अधिक दूरी तक चलने में सक्षम रही है. इसकी तुलना अगर टाटा पंच EV के साथ की जाए तो पंच में 22 से 35 किलो वाट (kWh) की बैटरी आती है और इस ट्रेन में 700 kWh की बैटरी है. इससे ट्रेन की क्षमता जाणी जा सकती है. इस बैटरी का वजन डीजल इंजन के बराबर है और ईसी कारण उस इंजन को उसी स्थान पर लगाया गया है, जिससे कि ट्रैक पर कोई असर नहीं पड़ता और यात्रियों के आराम में भी कोई कमी नहीं आती.

Electric Train

ईंधन में 35-50% तक की बचत.

बैटरी ट्रायल ट्रेन ( Electric Train ) ने ईंधन की लागत में 35-50% तक की बचत की. एक खास “इको-मोड” के ज़रिये बैटरी ट्रेन के कुछ हिस्सों को पूरी तरह से ऊर्जा प्रदान करती है, जो तकनीक के व्यावहारिक उपयोग को दर्शाती है। इस सफलता ने हिटाची को यूके ( United Kingdom ) में 100-150 किलोमीटर की रेंज वाली पूरी तरह से बैटरी-इलेक्ट्रिक इंटरसिटी ट्रेन विकसित करने की हरी झंडी दे दी है. इससे गैर-विद्युतीकृत मार्गों के लंबे हिस्सों को बैटरी से चलाना संभव होगा, जिससे महंगी ओवरहेड वायर जैसी संरचनाओं की आवश्यकता कम हो जाएगी.

रेल मंत्री लॉर्ड हेंडी का बयान

यूके के रेल मंत्री लॉर्ड हेंडी ने कहा, “रेल पहले से ही पर्यावरण को सबसे कम हानि पहुंचानेवाला सार्वजनिक परिवहन है, और इस परीक्षण की सफलता से लाखों यात्रियों के लिए और भी अधिक पर्यावरण-अनुकूल, विश्वसनीय यात्रा का रास्ता खुलेगा. यह तकनीक हमारे महत्वाकांक्षी रेल नेटवर्क को परिवर्तित और कार्बन-मुक्त बनाने में अहम भूमिका निभाएगी.”

यूके बैटरी सप्लाई चेन से जुड़ी हिटाची ( HITACHI ).

हिटाची रेल यूके बैटरी सप्लाई चेन के साथ काम कर रही है और इनोवेट यूके और बर्मिंघम विश्वविद्यालय के साथ मिलकर अगली पीढ़ी की बैटरी टेक्नोलॉजी विकसित कर रही है जिससे और भी बैटरी  ट्रेन ( Electric Train ) बनाई जा सके. इस तरह के प्रयासों से न केवल यूके का रेल नेटवर्क अधिक पर्यावरण-अनुकूल बनेगा, बल्कि इसे अधिक किफायती और बेहतर बनाया जा सकेगा.

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